Sunday, July 10, 2005

अनजान थे हम पर हमें लोग जानते थे

अनजान थे हम पर हमें लोग जानते थे
नादान थे ना समझे पर लोग जानते थे।

चिंगारियो को भले ही पहचान ना पाए हम
भढ़केंगी ही वे कभी ये लोग जानते थे।

पास आए, दूर हुए, खेल समझा किए इसे
पर मिलना ही था हमें सब लोग जानते थे।

दुनिया को चौंका देंगे ये सोचा था हमने
पर सबकुछ हमसे पहले ही लोग जानते थे।

1 comment:

saras ojha said...

celebrating Innocent