पूछते हैं लोग कि शुरुआत कहाँ हुई
पहली बार उनसे दिल की बात कहाँ हुई।
किस्से जो लिख रखे लोगों ने सदियों से
वारदात उन सी हमारे साथ कहाँ हुई।
आँखे नहीं मिली, होठ नहीं हिले
किस्सा सुनाएँ तुम्हें ऐसी बात कहाँ हुई।
दुनिया डूब चुकी है, नादानियाँ तो देखो
पूछते हैं लोग कि बरसात कहाँ हुई।
Sunday, July 10, 2005
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